न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Up to date Wed, 23 Sep 2020 05:32 PM IST
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभाला
– फोटो : ANI
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बता दें कि यह मंत्रालय इससे पहले एनडीए के सहयोगी अकाली दल के पास था और हरसिमरत कौर बादल मंत्री थीं, लेकिन कृषि बिलों को लेकर विरोध जताते हुए उन्होंने 17 सितंबर को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद कहा था कि उनकी पार्टी किसी भी किसान विरोधी फैसले में सहयोगी नहीं बन सकती। उन्होंने कहा कि मेरा फैसला शिरोमणि अकाली दल की उस पवित्र सोच, विरासत और समर्पण की भावना का प्रतीक है, जिसके अनुसार अकाली दल किसानों के हित की लड़ाई में किसी भी हद तक जाने से पीछे नहीं हटा है और न हटेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे अपने चार पेज के इस्तीफे में हरसिमरत बादल ने कहा था कि ‘उन्हें इस बात पर बेहद गर्व है कि आज वह अकाली दल के गौरवमयी विरासत को आगे बढ़ाने में अपना रोल निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात पर गर्व है कि हमारे किसान हमेशा ही सबसे ज्यादा उम्मीद शिरोमणि अकाली दल पर करते आए हैं और पार्टी उनकी उम्मीदों एवं विश्वास पर खरी उतरी है।’
केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार मिला है। नरेंद्र सिंह तोमर ने बुधवार को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय का प्रभार संभाल लिया है। यह मंत्रालय हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफा देने के बाद खाली था।
Delhi: Union Minister of Agriculture and Farmer Welfare Narendra Singh Tomar takes further cost of the Meals Processing Industries Ministry pic.twitter.com/YfJKDJ7HfG
— ANI (@ANI) September 23, 2020
बता दें कि यह मंत्रालय इससे पहले एनडीए के सहयोगी अकाली दल के पास था और हरसिमरत कौर बादल मंत्री थीं, लेकिन कृषि बिलों को लेकर विरोध जताते हुए उन्होंने 17 सितंबर को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद कहा था कि उनकी पार्टी किसी भी किसान विरोधी फैसले में सहयोगी नहीं बन सकती। उन्होंने कहा कि मेरा फैसला शिरोमणि अकाली दल की उस पवित्र सोच, विरासत और समर्पण की भावना का प्रतीक है, जिसके अनुसार अकाली दल किसानों के हित की लड़ाई में किसी भी हद तक जाने से पीछे नहीं हटा है और न हटेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे अपने चार पेज के इस्तीफे में हरसिमरत बादल ने कहा था कि ‘उन्हें इस बात पर बेहद गर्व है कि आज वह अकाली दल के गौरवमयी विरासत को आगे बढ़ाने में अपना रोल निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात पर गर्व है कि हमारे किसान हमेशा ही सबसे ज्यादा उम्मीद शिरोमणि अकाली दल पर करते आए हैं और पार्टी उनकी उम्मीदों एवं विश्वास पर खरी उतरी है।’
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